किसानों और खेत मजदूरों की ज्वलंत मांगों को लेकर की भूख हड़ताल
यमुनानगर 4 सितम्बर(सच की ध्वनि)ः अखिल भारतीय किसान सभा एवं भारतीय खेत मजदूर यूनियन के देशव्यापी आहवान पर आज उपायुक्त कार्यालय पर दोनों संगठनों की ओर से किसानों, खेत मजदूरों की ज्वलंत मांगों को लेकर सरकार विरोधी नारेबाजी के भूख हड़ताल शुरु की। हरियाणा किसान सभा के प्रदेश अध्यक्ष गुरभजन सिंह, खेत मजदूर यूनियन के प्रांतीय उपाध्यक्ष फकीर चंद की अध्यक्षता में चली भुख हड़ताल के अवसर पर सीपीआई के राज्य सचिव दरियाव सिंह कश्यप, जिला सचिव धर्मपाल सिंह चैहान, किसान नेता विजयपाल सिंह, राम करण शर्मा, विपिन बराड़ आदि ने मजदूरों किसानों की ज्वलंत मांगों पर विस्तार से चर्चा की।
इस मौके पर जसवंत सिंह, ओम प्रकाश, रामेश्वर, शमशेर सिंह, फूल चंद, बसेसर नाथ, केहर सिंह, श्याम सिंह, मेहर चंद, राजपाल आदि भूख हड़ताल स्थल पर उपस्थित रहे। भूख हड़ताल के माध्यम से केन्द्र सरकार द्वारा लाए गये कृषि, किसान एवं जनविरोधी तीनों अध्यादेश वापस लेने, कोरोना महामारी के चलते आयकर से बाहर रहने वाले सभी परिवारों को प्रतिमाह 7500 रुपये देने, सभी जरुरतमंद ग्रामीणों को मनरेगा में साल में 200 दिन काम और 600 रुपये प्रतिदिन मजदूरी देने, बढ़े हुए पैट्रोल, डीजल के दाम वापस लेने, सार्वजनिक खाद्य सुरक्षा के लिए व्यापक जन वितरण प्रणाली लागू करने, सभी खेत मजदूरों एवं अढाई एकड़ तक के किसानों को बी पी एल में शामिल करने, सभी किसानों, खेत मजदूरों के सभी कर्जे माफ करने, वृद्धावस्था-विधवा-विकलांग पेंशन बढ़ाकर दस हजार रुपये मासिक करने, खेत मजदूरों, भूमिहीन किसानों को रिहायशी प्लाट देने, उन पर मकान बनाने के लिए 5 लाख रुपये की ग्रांट देने आदि मांगों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया जा रहा हैं।