समागम में संतों ने दिया प्रेम, भाईचारे व मिलवर्तन का संदेश गुरु रविदास के नाम पर अंतर्राष्ट्रीय स्कूल बनाने के लिए शिक्षा मंत्री ने 11 लाख देने की घोषणा की बेगमपुरा शोध संस्थान चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित वार्षिक संत समागम में पहुंचा श्रद्धा का सैलाब
यमुनानगर। बेगमपुरा शोध संंस्थान चेरिटेबल ट्रस्ट की ओर से सतगुरु समनदास ध्यान योग आश्रम फर्कपुर में आचार्य कंवरपाल ब्रह्मचारी जी महाराज की अध्यक्षता में वार्षिक विशाल संत समागम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा वन एवं पर्यटक मंत्री कंवर पाल ने मुख्य अतिथि व विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, मेयर मदन चौहान, राज्य विधि आयोग के सदस्य मुकेश गर्ग, हरियाणा एवं पंजाब उच्च न्यायालय के डिप्टी एडवोकेट जनरल सुरेंद्र कुमार, समाजसेवी अमर सिंह, भीम सिंह राठी, सोमप्रकाश नंबर, महेंद्र चौहान, निर्मल अस्पताल के संचालक डॉक्टर निर्मल सिंह विशिष्ठ अतिथि रहे। कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने संत श्री गुरु रविदास जी महाराज व सतगुरु का आशीर्वाद प्राप्त किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने गुरु रविदास जी के नाम पर अंतर्राष्ट्रीय स्कूल बनाने के नाम पर 11 लाख रुपये, डा.निर्मल सिंह ने 51000 रुपये और भीम सिंह राठी ने 31000 रुपये देने की घोषणा की। साथ ही संगत से अधिक से अधिक पेड़ लगाने की अपील की। समागत में पूज्य संत वीर सिंह हितकारी जी महाराज, पूज्य संत कृष्ण दास जी महाराज, पूज्य संत सतवीर दास जी महाराज, पूज्य संत जगत दास जी महाराज, पूज्य संत गुलाब दास जी महाराज, पूज्य संत जैन दास हितकारी जी महाराज, पूज्य संत शमशेर दास जी महाराज, पूज्य संत श्रद्धा दास जी महाराज, पूज्य संत महेंद्र दास जी महाराज, पूज्य संत ईश्वर दास जी महाराज, पूज्य संत राजेश दास जी महाराज, पूज्य संत गुरपाल दास जी महाराज, पूज्य संत मिंटू दास जी महाराज, पूज्य संत आचार्य योगानंद, पूज्य संत स्वामी सुंदरानंद जी महाराज के साथ ही कई अन्य संत महात्मा पहुंचे। जिन्होंने समागम में पहुंचे श्रद्धा के जनसैलाब को प्रेम, भाईचारे, एकता व मिलवर्तन का संदेश दिया। वहीं, बेगमपुरा शोध संस्थान चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन आचार्य कंवरपाल ब्रह्मचारी ने उपस्थित श्रद्धालुओं को नशा, दहेज प्रथा, कन्या भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराइयों से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि आज का युवा वर्ग विभिन्न प्रकार के नशे की गिरफ्त में आ चुका है। नशे की पूर्ति के लिए युवा चोरी, स्नेचिंग, लूट जैसी आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहा है। हमें नशे से बचने के लिए अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देनी चाहिए। उन्हें सही राह दिखाने के लिए सत्संग से जोड़ना चाहिए।