2025 तक भारत देश होगा टीबी मुक्त, जदोजहद जारी
2025 तक भारत देश होगा टीबी मुक्त, जदोजहद जारी
जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला टी.बी. फोरम की बैठक का हुआ आयोजन
यमुनानगर, 21 अगस्त (सच की ध्वनि)- जिला सचिवालय के वीडियो कॉन्फ्रैंस हॉल में जिला टी.बी. फोरम की बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त मुकुल कुमार ने की। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया, डॉ. स्वाति अय्यर कन्सलटेन्ट (विश्व स्वास्थ्य संगठन, पंचकूला) व डॉ. चारू कालडा जिला टी.बी. अधिकारी, डॉ. योगेश जिन्दल आई.एम.ए. अध्यक्ष के साथ-साथ अन्य विभागों के भी अधिकारी उपस्थित रहे। उपायुक्त ने बताया कि बैठक का उद्देश्य जिला यमुनानगर से सभी सरकारी संस्थानों से आये अधिकारियों को टी.बी. के बारे जानकारी प्रदान करना व उन्हें जागरूक करना था। जिससे की वे अपने विभाग में अन्य सभी अधिकारियों व कर्मचारियों तथा आमजन को भी टी.बी. के बारे में जागरूक कर टी.बी. को समाप्त करने की सरकार की मुहिम में बढ़-चढ़ कर योगदान दे सकें।
उपायुक्त ने जानकारी देते हुये बताया कि भारत सरकार का लक्ष्य है कि भारत से टी.बी. को 2025 तक पूर्णतः समाप्त किया जायेगा, अतः सरकार का नारा है कि यदि गांव मुक्त होगा तो शहर मुक्त होगा, शहर मुक्त होगा तो जिला मुक्त होगा और यदि जिला मुक्त होगा तो राज्य मुक्त होगा। इसके चलते सरकार द्वारा विभिन्न योजनायें चलाई जा रही हैं। अतः उन्होंने सभी उपस्थित अधिकारियों को आदेश दिये की सभी सरकारी संस्थानों व सार्वजनिक स्थानों पर टी.बी. जागरूकता से सम्बंधित बोर्ड व दिशा निर्देश अंकित होने आवश्यक हैं तथा कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह भी सुनिश्चित किया जाये कि यदि कोई टी.बी. का मरीज किसी केमिसट से टी.बी. की दवाई लेने आता है तो वह मरीज के संदर्भ में जिला टी.बी. कार्यालय में मरीज बारे सूचित करें।
सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि जिला यमुनानगर में वर्ष 2020 में अब तक जांच उपरान्त 1585 मरीजों को क्षय रोग से ग्रस्त पाया गया तथा स्वास्थ्य विभाग यमुनानगर द्वारा इन मरीजों का निशुल्क उपचार किया गया। जिनमें से बहुत से मरीज इस रोग से मुक्त हो गये हैं तथा अन्य सभी का उपचार अभी चल रहा है। उन्होंने बताया कि क्षय रोग से ग्रस्त व्यक्ति का कम से कम 6 महीने तक टीबी का ईलाज किया जाता है, उसे प्रतिदिन टी.बी. की दवाई खानी होती है तथा उपचार के दौरान मरीजों को 500 रूपये प्रतिमाह पोषण के लिए दिए सरकार द्वारा दिये जाते है।
इस बैठक के दौरान जिला टी.बी. अधिकारी डॉ. चारु कालरा ने टी.बी. कार्यक्रम के बारे में सभी को पावर प्वाईंट प्रेजटेंशन के माध्यम से जानकारी दी जैसे टी.बी. कैसे फैलती है, फिर यह बताया कि बीमारी के बढ़ने का क्या कारण है तथा इसके साथ यह बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार भारत विश्व में अधिकतम टी.बी. से ग्रस्त मरीजों का देश है। उन्हांेने बताया कि क्षय रोग टी.बी. में मरीज को निरन्तर दवाई का सेवन करना अनिवार्य है, यदि कोई मरीज दवाई का सेवन बीच में छोड़ता है तो वह मल्टीड्रग रजिस्टेन्स टी.बी. होने की सम्भावना बढ़ जाती है। एक टी.बी. से ग्रस्त व्यक्ति ईलाज के बिना प्रतिवर्ष 10 से 15 अन्य व्यक्तियों को टी.बी. से संक्रमित कर सकता है। इसी कारणवश आमजन में टी.बी. के प्रति जागरूकता लाना अति आवश्यक है।