राजकीय महाविद्यालय अहडवाला (बिलासपुर) में प्राकृतिक व अप्राकृतिक आपदाओं से बचाव बारे एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता उपमंडल अधिकारी जसपाल सिंह गिल ने की।


एनडीआरएफ टीम (भटिंडा) के इंस्पेक्टर मनोज भारद्वाज ने छात्रों को बाढ़ आने, अचानक आग लग जाने, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं और अन्य आपदाओं के समय किस प्रकार अपना व दूसरों का बचाव करना चाहिए इसके बारे विस्तार से जानकारी दी। इसके अलावा असहाय की सहायता के लिए स्ट्रेचर बनाना, बहते हुए खून को रोकना, डूबते हुए व्यक्ति को बचाना, हार्ट अटैक के समय व्यक्ति को प्राथमिक उपचार देना बताया। एनडीआरएफ की टीम ने आपदाओं से बचाव का अभ्यास करके दिखाया।
उपमंडल अधिकारी जसपाल सिंह गिल ने इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते कहा कि आपदाओं से व्यक्ति को घबराना नहीं चाहिए बल्कि मानसिक रूप से मजबूत होकर बचाव के उपाय अपनाने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य ऐसा प्रशिक्षण देना है जिससे आप किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने में सक्षम होंगे। प्रशिक्षण से हमें आत्मविश्वास मिलता है। जब हम पूर्ण रूप से प्रशिक्षण प्राप्त कर लेगे तो हममे आत्मविश्वास भी आएगा तथा प्राकृतिक आपदाओं सहित अन्य आपदाओं के समय असहायों की मदद कर सकेंगें। आपदाओं की स्थिति में सहयोग करना पुण्य का काम है। आपदाओं को देखते हुए सरकार ने एनडीआरएफ का निर्माण किया है जो आपदा पडऩे पर लोगों की सहायता करती है।
महाविद्यालय के प्राचार्य सुनील तनेजा ने इस अवसर पर बताया कि आपदाओं से निपटने के लिए प्रयुक्त तरीकों से खुद भी व्यक्ति को अवगत होना चाहिए और समाज के अन्य लोगों को भी जागरूक करना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को ऐसी आपदाओं से बचाव संबंधी उपायों से भली-भांति परिचित होना चाहिए।

इस कार्यक्रम में प्रोफेसर डॉ. रमेश धारीवाल, आरती अरोड़ा, डॉ. सुमन, डॉ. मनीषा मोर, करण सिंह, अनीता, अमरपाल, अमित कुमार, अमित कपूर, महिंदर मीनाक्षी, निशा नीलम, डॉ. ममता मग्गो, डॉ. अजय रतन, डॉ. सतनाम सिंह तथा अनुकृति चौहान मौजूद रहे।