संघ व एसीएस पावर के बीच हुई वार्ता में 4 से 5 डिविजनों का डाटा कौशल में चढ़ाना हुआ तय – जब तक सभी कर्मचारियों का डाटा कौशल में नहीं चढ़ जाता, तब तक धरना स्थल पर ही बैठे रहेंगे कर्मचारी
यमुनानगर, 18 मई : थर्मल गेट पर बैठे कर्मचारी के धरने को लेकर 18 मई को होने वाली वार्ता संघ व एसीएस पावर के बीच देर शाम तक चलती रही। यह वार्ता दो भागों में बांट कर हुई, जिसमें यह फैसला निकल कर सामने आया कि थर्मल की 4 से 5 डिविजनों का डाटा ले लिया जायेगा, जिसे अप्रूवल के लिए भेज दिया गया है। जल्द ही इन कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार में शामिल होना तय है, लेकिन बातचीत के दौरान बाकि डिविजनों को कौशल में किए जाने को लेकर संघ व एसीएस पावर के बीच में बातचीत देर शाम तक चलती रही। वहीं संघ के उत्तरी क्षेत्र संगठन मंत्री श्री पवन, भारतीय मजदूर संघ के महामंत्री हवा सिंह, प्रदेशाध्यक्ष अशोक कुमार, प्रांत मंत्री देवी लाल, प्रदेशाध्यक्ष नरेश बालू द्वारा फैसला लिया गाय कि जब तक एक-एक कर्मचारी का नाम हरियाणा कौशल रोजगार निगम में शामिल नहीं हो जाता, तब तक दोनों प्लांटों के कर्मचारी पहले की भांति धरना स्थल पर बैठे रहेंगे। उधर, थर्मल गेट पर 24वें दिन कर्मचारियों का धरना प्रदर्शन लगातार चलता रहा। सुबह के दौरान जिला सचिव राज ठाकुर कर्मचारियों का हौंसला बढाया और कहा कि संघ के पदाधिकारियों द्वारा जो भी फैसला लिया जा रहा है उस पर वह पूरी तरह से तत्पर हैं। हमारा धरना प्रदर्शन पहले ही भांति चलता रहेगा। फिलहाल कौशल रोजगार में डाटा चढ़ाने का कार्य आरंभ हो चुका है, लेकिन इस कार्य से वह पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं। जब तक एक-एक कर्मचारी का डाटा कौशल रोजगार में नहीं चढ़ जाता तब तक वह संघ के दिशानिर्देशों पर चलते रहेंगे। आज के धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता धर्मवीर व मंच संचालन मोनू कुमार द्वारा किया गया। इस दौरान कर्मचारियों का कहना था कि आज के फैसले पर उनकी निगाहें सुबह से ही टिकी हुई थी। मीटिंग का समय 11 बजे से 1 बजे तक रखा गया था लेकिन जो फैसला निकल कर सामने आया है वह उस फैसले से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं। यह तो थर्मल मैनेजमेंट ने कर्मचारियों को आपस में बांटने का कार्य किया है। जब वह अन्य कर्मचारियों को कौशल रोजगार में कर सकते हैं, तो उनके साथ अनदेखी क्यों की जा रही है। महीना समाप्त होने को है। तनख्वाह भी अभी तक उनकी कम्पनियों द्वारा नहीं डाली गई है, जिसको लेकर कर्मचारियों में बड़ा रोष है। उन्होंने कहा कि संघ का जो भी फैसला है, उस पर वह खरे उतरेंगे। जब तक मांग को माना नहीं जाता, तब तक वह जमीन पर बिछी दरी के साथी बन कर बैठे रहेंगे।