दामला परिसर में पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन
यमुनानगर ,21 जुलाई ( ) चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय हरियाणा के कृषि विज्ञान केंद्र , दामला परिसर में पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया । शिविर में महिलाओं को फल व सब्जी परिरक्षण की विभिन्न विधियां प्रयोगात्मक तरीके से सिखाई गई। इस अवसर पर लगभग 30 महिलाओं ने हिस्सा लिया । कृषि विज्ञान केंद्र के प्रिंसिपल वरिष्ठ वैज्ञानिक बागबानी ने बताया कि फल व सब्जियों का परिरक्षण अति आवश्यक है । इससे फल व सब्जियां उपयोग में आने से किसान को उसका अधिक लाभ मिलेगा साथ ही साथ फल व सब्जियां कि उपलब्धता पदार्थ के रूप में साल भर तक बनी रहती है । फल और सब्जियां जल्दी खराब हो जाती है तो परिरक्षण के द्वारा हम लंबे समय तक इनका इस्तेमाल कर सकते हैं । परिरक्षित पदार्थ पौष्टिक तत्वों से उतने ही भरपूर भी होते हैं । परिरक्षण कर भूमिहीन किसान भी लाभ कमा सकते हैं और उन्होंने यह भी बताया कि डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ व पेय पदार्थ बाजार से खरीदने की बजाय घर पर ही तैयार कर सकते हैं । इस अवसर पर डॉ . एनके गोयल वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बताया कि फल व सब्जियों को परिरक्षण करें उनसे विभिन्न प्रकार के खादय उत्पाद घर पर ही तैयार किए जाए तो इससे स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव तो देखने को मिलेगा साथ ही साथ विश्वासनिय तथा रसायन मुक्त खाद्य पदार्थ भी उपलब्ध होंगे । डॉक्टर सुलेमान मोहम्मद व डॉ . अनिल कुमार ने महिलाओं को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ व पेय पदार्थ बनाना सिखाएं जिनमें जैम , जेली , आम का अचार , आम की चटनी , स्क्वैश , शरबत . आर.टी.एस. आदि / पदार्थ बनाकर तैयार करवाए गए और उन्होंने यह भी बताया कि यदि पेय पदार्थ जैसे कि स्क्वैश / शरबत . आर.टी.एस घर पर ही तैयार किए जाए तो रसायनिक पेय पदार्थों से छुटकारा मिल पाएगा जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है ।
डॉ . करण सैनी ने महिलाओं को इस दौरान जैविक तरीके से गृह वाटिका तथा गमले में सब्जियां लगाना सिखाया । उन्होंने गमले में मिट्टी व खाद का मिश्रण भरना तथा उनमें पौधे लगाना , कब व कितना पानी दिया जाए , फल व सब्जिों की तुलाई का समय व विधि , जैविक तरीके से बीमारी व कीटों का नियंत्रण व विभिन्न प्रकार के रखरखाव से अवगत कराया।