अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उप वर्गीकरण को उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार हरियाणा सरकार में संवैधानिक तरीके से जल्दी से जल्दी मुख्य धारा में शामिल किया जाये।
यमुनानगर,(सच की ध्वनि, मनोज लोहट)6/8/24 को पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस जगाधरी में अति वांछित अनुसूचित जाति समाज जगाधरी यमुनानगर के प्रबुद्ध बुद्धि जीवियों, मातृशक्ति, कर्मठ नोंजवान साथियों ने माननीय श्री रमेश पारचा प्रधान, अखिल भारतीय वाल्मीकि विकास परिषद जी की अध्यक्षता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस सभा का आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य, उच्चतम न्यायालय की 61 ज़जो की पीठ ने अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उप-वरगीकरण में एक एतिहासिक, करीब 18 वर्षो से संघर्ष शील, न्याय संगत मांग को,उचित संज्ञान में रखते हुए एक ऐतिहासिक न्याय प्रिय फैसला दिया है। आज़ पुरा अति वंचित अनु सूचित समाज इसका तहदिल से स्वागत व अत्यंत शुक्रगुजार है। इस खुशी के अवसर पर एक दूसरे को लड्डू खिलाकर प्रसन्नता जाहिर की।
इसके साथ-साथ डीएससी समाज के सभी व्यक्तियों ने अपने व्यक्तिगत विचार रखें और सर्व सम्मति से उच्चतम न्यायालय का आभार प्रकट किया । सभा में उपस्थित सभी बुद्धिजीवियों ने माननीय मुख्यमंत्री से निवेदन एवं आग्रह किया कि इस अनुसूचित जाति एवं जनजाति के उप वर्गीकरण को उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार हरियाणा सरकार में संवैधानिक तरीके से जल्दी से जल्दी मुख्य धारा में शामिल किया जाये। पूरा समाज सदैव आपका आभारी रहेगा।
इस आयोजन में सभी प्रार्थीगण,श्री राजेंद्र बाल्मीकि ,पवन सोहता जी, ज्ञानचंद मचल, अजय वाल्मीकि भाजपा, रमेश चनालिया, रिंकू घाघट, गुलशन सोहता ,कमल वैद्य, सोना, बल्लू एम सी ,राजेश चनालिया, सुरेंद्र वाल्मीकि, ओमप्रकाश खटीक, प्रदीप वाल्मीकि, सन्नी लोहट, कुमारी सुमन बागड़ी महिला अध्यक्ष अ भा वा वि प, जिला यमुनानगर मोनी वाल्मीकि, मनोज लोहट व संयम वरिष्ठ पत्रकार यमुनानगर तथा अन्य डीएससी समाज के जन मान्य गण उपस्थित रहे।