जिला स्तर के अस्पताल में पहला सी.टी. स्कैन गाईडिड सैम्पल लिया गया
यमुनानगर, 28 अगस्त (सच की ध्वनि)- जिला यमुनानगर के सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया ने बताया कि 27 अगस्त, 2020 को मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल यमुनानगर की कैन्सर ओ.पी.डी. में 50 वर्षीय लीला देवी पत्नी राजा राम, निवासी तेलीमाजरा जगाधरी पेट में दर्द व 6-7 माह से भूख ना लगने की शिकायत से आई थी। ओ.पी.डी. में पेट का परीक्षण करने पर महिला के पेट में एक सख्त गांठ महसूस हुई, जो कि 5-6 सेंटीमीटर की थी। सी.टी. एब्डोमन कराने पर महिला को ’’इलियो कॉकल जंक्शन और कोक्कुम के समीपस्थ भाग में विषम अल्सरेटिव प्रोलिफेरेटिव दीवार में मोटापे’’ की शिकायत थी। अतः गांठ के लिये महिला की हिस्टापैथेलोजिकल जांच की जरूरत थी। मरीज का परीक्षण व सी.टी. स्कैन की रिपोर्ट के बाद लीला देवी का उपचार आरम्भ किया गया, जिसके चलते डॉ. आशुतोष, रेडियेशनऑन्कोलोजिस्ट, सिविल अस्पताल यमुनानगर द्वारा एफ.एन.ए.सी. के लिये परामर्श दिया तथा आज दिनांक 28.08.2020 को डॉ. वेनी सचदेवा द्वारा सी.टी. गाईडिड एफ.एन.ए.सी. तथा डॉ. पूनम कोहली पैथेलोजिस्ट द्वारा पैथोलोजिकल स्लाइड तैयार की गई। जिला स्तर के अस्पताल में सी.टी. स्कैन गाईडिड, पहला सैम्पल लिया गया है, आम तौर पर ऐसी जांच मैडिकल कॉलेज या तृतीय श्रेणी के आधुनिक अस्पतालों में ही उपलब्ध है। इस कार्य के लिये सिविल सर्जन ने डॉ. आशुतोष, डॉ. पूनम व डॉ वेनी सचदेवा की टीम को बधाई दी तथा अपेक्षा रखी कि जांच के उपरान्त मरीज का उपचार भी स्थानीय स्तर पर ही संभव होगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सकों को हमेशा आगे बढ़कर मरीजों के उपचार व जांच के लिये नई तकनीकों का प्रयोग इस्तेमाल में लाना चाहिए।