देश-समाज को साक्षर बनाने के साथ-साथ शिक्षित बनायेः शिक्षामंत्री
यमुनानगर, 08 सितम्बर(सच की ध्वनि)- अपने आस-पास निरक्षर लोगों को साक्षर बनाने में अपना पूर्ण योगदान दें तथा देश-समाज को साक्षर बनाने के साथ-साथ शिक्षित बनाये। यह शब्द हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहे। अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर अपना संदेश देते हुए हरियाणा सरकार में कैबिनेट शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि साक्षरता एक मानव अधिकार है। यह व्यक्तिगत सशक्तिकरण का न केवल एक उपकरण है बल्कि मानव और सामाजिक विकास के लिए एक प्रमुख साधन भी है। साक्षरता में वृद्धि शैक्षिक संभावनाओं पर निर्भर करता हैं। साक्षरता सभी के लिए मौलिक शिक्षा का मूल है, साथ ही गरीबी को दूर करने, जनसंख्या वृद्धि को रोकने, बाल मृत्यु दर में कमी करने, लिंग समानता को प्राप्त करने और सतत विकास, शांति और लोकतंत्र को मजबूत बनाये रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बच्चें हमारे देश का भविष्य है, हमें बच्चों को साक्षर बनाना है, बच्चों की परवरिश में शिक्षा का बहुत महत्व है। उन्होंने कहा कि एक नई शुरूआत खुद से करते हैं। साक्षरता दिवस पर एक प्रण करते हैं। उस यज्ञ में आहुति देने का, जो शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए बरसों से किया जा रहा है, जरूरी नहीं है कि इसके लिए हमें कोई बड़े काम से शुरूआत करनी हो। आहुतियां छोटी ही होती है, लेकिन यज्ञ का महत्व और उद्देश्य बड़ा होता है। ठीक वैसे ही हमारी छोटी-छोटी कोशिशें भी कई बार बड़ा आकार लेने में सक्षम होती हैं