“पल्स पोलियो एक टीकाकरण अभियान” के तहत कार्यशाला का हुआ आयोजन
यमुनानगर, 08 सितम्बर(सच की ध्वनि)- पल्स पोलियो एक टीकाकरण अभियान है जो भारत में पोलियो की बीमारी को खत्म करने के लिये भारत सरकार द्वारा चलाया जाता है। पल्स पोलियो की शुरूआत 1988 में विश्व स्वास्थ्य सभा के संकल्प से पोलियो उन्मूलन की पहल के साथ की गई थी तथा पल्स पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम 1995 में भारत में आरम्भ किया गया था। अतः तब से अब तक देशभर में साल में कई बार पोलियो अभियान चलाया जाता है, जिसमें जन्म से पांच वर्ष तक के सभी शिशुओं को पोलियो की दो बूंद पिलाई जाती है। इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुये विशेष हिदायतों के साथ स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा पोलियो कार्यक्रम के तहत पोलियो की वैक्सीन पिलाई जायेगी। अब 20 सितम्बर, 2020 से 22 सितम्बर, 2020 तक यह तीन दिवसीय अभियान का आयोजन किया जा रहा है। जिसके तहत सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया की अध्यक्षता में एक जिला कार्यशाला का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. दहिया ने सभी से अपील की है कि सभी अपने बच्चों को पोलियो की वैक्सीन अवश्य पिलाये ताकि बच्चों को पोलियो से बचाया जा सके। इस कार्यशाला के दौरान विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्वीलांस अधिकारी डॉ. शिवानी गुप्ता भी उपस्थित रही तथा उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिये विशेष हिदायतों के बारे सभी उपस्थित चिकित्सा अधिकारियों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ. विजय विवेक ने पोलियो अभियान को सफल बनाने के लिये सभी अधिकारियों को कोविड महामारी के चलते सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य हिदायतों अनुसार पोलियो वैक्सीन पिलाने के लिए कहा, जैसे मास्क का पूर्ण प्रयोग करें, सैनेटाईजर का प्रयोग करें और यदि किसी में कोरोना संबंधी लक्षण हो तो उसकी रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग को दें।