चलो दीप जलाएं वहां, आज भी अंधेरा है जहां
-विमुक्त घुमंतू जनजाति कल्याण संघ ने 69वां विमुक्ति दिवस मनाया
यमुनानगर, 08 सितम्बर(सच की ध्वनि)- विमुक्त घुमंतू जनजाति कल्याण संघ ने 69वां विमुक्ति दिवस मनाया। जिसमें जसमेर सिंह बंजारा, मैंबर विमुक्त घुमंतू बिकास बोर्ड, हरियाणा सरकार, दल सिंह माल्लाह घुमंतू बिकास बोर्ड सलाहकार हरियाणा सरकार व पूर्व मैंबर पिछड़ा आयोग रमेशपाल निहोनी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम कीअध्यक्षता विमुक्त घुमन्तु जनजाति कल्याण संघ के जिला संयोजक सतनाम सिंह धर्मसौत ने की। इस अवसर पर इन समाजांे के सभी महापुरुषों के बारे में बतलाया कि वह कितने वीर थे और उन्होंने आजादी के लिए अपनी क्या भूमिका निभाई थी और 1871 में लगे क्रिमिनल ट्राइब एक्ट जैसे काले कानून के बारे में भी बताया।
वक्ताओं ने चिंता जाहिर की कि आजादी के 73 बर्ष बाद भी ये जातियां जहां शिक्षा, सफाई, स्वच्छता, स्वास्थ्य, आधारकार्ड, राशन कार्ड, वोट कार्ड, पैन कार्ड, जच्चा बच्चा, खाद्य सुरक्षा और दूसरी जन कल्याण की योजनाओं से दूर हैं दूसरी ओर इनका राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक प्रतिनिधित्व भी ना होने के कारण आज भी लावारिसों की जिंदगी जीने को मजबूर हैं।
जसमेर सिंह बंजारा ने कहा कि बेशक हरियाणा सरकार ने इनके उत्थान के लिए कल्याण बोर्ड़ का गठन किया है, परन्तु फिर इन लोगों तक योजनाओं का लाभ नहीं पहुंच रहा है। इन जातियों की जनसंख्या हरियाणा में 23 लाख के करीब है और विमुक्त घुमन्तु जनजाति कल्याण संघ इन जातियों की आल राउंड डेवलोपमेन्ट के लिए वचनबद्ध है।
उन्होंने कहा कि ये जातियां हिंदुस्तान की आजादी और धर्म रक्षा में अग्रणी भूमिका में रही हैं चाहे घर वार, खेत खलिहान छोड़ कर जंगलों, मरुस्थलों, नदियों में रहने को मजबूर हुए पर धर्म परिवर्तन नहीं किया व संस्कार और स्वाभिमान के मामले में समझौता नहीं किया।
भले ही देश 1947 में आजाद हो गया पर ये जातियां 31 अगस्त 1952 को क्रिमिनल एक्ट से आजाद हुई, लेकिन सवैधानिक संरक्षण नहीं मिला क्योंकि संविधान तो 1950 में बन कर लागू हो गया पर इनका प्रतिनिधित्व ना होने के कारण आज तक संशोधन भी नहीं हो सका, लेकिन अब राष्ट्रीय नीति आयोग की सिफारिश पर और इन जातियों के राष्ट्र व्यापी संगठनों ने पूरी ताल ठोक दी है। इस मौके पर राम कुमार पाल, राम नाथ तोमर, रजिंदर दड़वा, महिंद्र सिंहं जोगी, अशोक कुमार, नरेश, गोपाल व अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।