यमुनानगर

नशा की लत का परिवार व समाज पर पड़ता है नकारात्मक प्रभाव, हरे भरे परिवार को खत्म कर देती है नशे की लत, नशा मुक्ति शिविर में 200 लोगों को दी नशा छोड़ने की आयुर्वेदिक औषधि

श्री राघव दिव्य योग अनुसंधान संस्थान, हेमंत सेवा समिति रादौर व पतंजलि योग समिति के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को संत आश्रम जगाधरी में नशा मुक्ति शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में मेयर मदन चौहान व विशिष्ट अतिथि के रूप में आयुष विभाग से जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. विनोद पुंडीर ने शिरकत की। शिविर में लगभग 200 लोगों को बीड़ी, सिगरेट, शराब, स्मैक व अन्य प्रकार का नशा छोड़ने के लिए आयुर्वेदिक औषधियां दी गई। वहीं, योग के माध्यम से भी नशा छोड़ने के लिए प्रेरित किया गया।

मेयर मदन चौहान ने कहा कि नशे की लत हरे भरे परिवार को खत्म कर देती है। नशे की लत से परिवार और समाज पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। नशा करने वाला पहले व्यक्ति अपने घर को बर्बाद करता है। इसके बाद चोरी, डकैती, लूट, स्नैचिंग जैसी वारदातों को अंजाम देता है। आज समाज में सबसे अधिक लोग स्मैक के नशे की तरफ बढ़ रहे है। इसे रोकने के लिए हम सबको मिलकर प्रयास करने चाहिए। नशे की लत व्यक्ति को सबसे पहले परिवार से दूर करती है।

साथ ही अपनी बुरी आदत की वजह से पीड़ित आर्थिक तंगी की दौर से गुजरता है, जिसकी वजह से उसमें नकारात्मक भाव पैदा होते है और समय के साथ उसके करीबी मित्र भी उसका साथ छोड़ देते हैं। शिविर में हेमंत सेवा समिति के संस्थापक व अध्यक्ष डॉ. ऋषि पाल सैनी व अन्य ने नशा पीड़ितों को आयुर्वेदिक औषधि दी। उन्होंने कहा कि यह दवा लेने के बाद नशा करने वाले को खुद ही नशीले पदार्थ को सेवन अच्छा नहीं लगेगा और वह नशा छोड़ देगा। श्री राघव दिव्य योग अनुसंधान संस्थान, हेमंत सेवा समिति रादौर व पतंजलि योग समिति संत आश्रम में नशा मुक्ति शिविर लगाकर समाज हित में कार्य कर रहे हैं। श्री राघव दिव्य योग अनुसंधान संस्थान के संस्थापक व चेयरमैन नेत्रि जनक योगी मनोज कुमार ने बताया कि यह शिविर उनके संस्थान के साथ साथ हेमंत सेवा समिति के संस्थापक व अध्यक्ष डॉ. ऋषि पाल सैनी व पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी जय कुमार योगी, आयुष विभाग से योग शिक्षक योगाचार्य मोहन बुड़िया व संत आश्रम के मुख्य सेवादार इंद्रसेन सहगल के सहयोग से किया गया। उन्होंने बताया कि शिविर में लगभग 200 लोगों ने हिस्सा लिया गया। जिन्हें बीड़ी, सिगरेट, शराब, स्मैक व सूखा नशा छोड़ने के लिए होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक औषधियों का निःशुल्क वितरण किया गया। शिविर में 21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को देखते हुए  संस्थान की ओर से 21 अनुसंधान आधारित योग कक्षाओं को भिन्न-भिन्न स्थान पर चलाने का संकल्प लिया गया। नशा मुक्ति शिविर में संत आश्रम में चल रही योग कक्षा से सभी योग साधकों द्वारा सहयोग किया गया। मौके पर मान सिंह कंबोज, शिव कुमार कंबोज, अनिल कंबोज, संजय कांबोज, डॉ. राजेंद्र कंबोज, रिंकू कंबोज, सुशील कंबोज, अजय टिंबर, अजय गुप्ता, अश्विनी गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, नीरज तेजली, राजेंद्र मास्टर आदि उपस्थित रहे।

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