यमुनानगर

देश पर बढ़ते कर्ज पर आईएमएफ का आगाह करना, चिंता का विषय- अशोक मेहता

— देश पर बढ़ते कर्ज पर आईएमएफ का आगाह करना, चिंता का विषय- अशोक मेहता

— प्रति व्यक्ति आय में हम 192 देशों में 142 वें स्थान पर- अशोक मेहता

— आज देश के हर व्यक्ति पर कर्ज 1 लाख 40 हजार रूपये-अशोक मेहता

नारायणगढ़, 22 दिसंबर। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा आगाह किया गया है कि जिस रफ्तार से भारत का कर्ज बढ़ रहा है यह देश की जीडीपी के 100% से बढ़कर अधिक हो जाएगा। गौरतलब है कि इस समय देश पर आईएमएफ का कर्ज़ 81% से अधिक है। हालांकि इस पर भाजपा की केंद्र सरकार ने बचाव करते हुए कहा है कि यह नोटबंदी के अल्प समय का बढ़ा हुआ कर्ज है और इसे जल्द ही काबू पा लिया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के इस चिंताजनक बयान पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सूचना आयुक्त अशोक मेहता ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि यह वाकई हैरानी की बात है देश पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। वहीं केंद्र में बैठी भाजपा सरकार आर्थिक व्यवस्था पर अपनी पीठ थपथपा रही है।
उन्होंने कहा कि देश की आजादी के समय से लेकर 2014 तक देश में 14 प्रधानमंत्री ने सत्ता संभाली तब 2014 तक देश पर कर्ज 55 लाख करोड़ रुपये था। जो भाजपा के 9 वर्षों के शासन में बढ़कर 205 लाख करोड रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि अगर हम प्रति व्यक्ति आय की बात करें तो हम अफ्रीकी देश अंगोला जैसे गरीब देश से भी प्रति व्यक्ति आय के रूप में पीछे है। उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय में दुनिया भर के 192 देश में हमारा देश 142 से नंबर पर है।
उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार जहां विश्व में पांचवी अर्थव्यवस्था बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की बात कहती है। लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और है। यहां देश के युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा। किसानों की आय 9 हजार रूपये के करीब है। जो एक मजदूर की दैनिक मजदूरी से भी कम है। उन्होंने कहा कि देश में लघु उद्योगों को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। जिससे हर वर्ग के लोगों को रोजगार मिलता था। केंद्र सरकार ने अपने चाहते दोस्तों को देश की सारी सम्पत्ति सस्ते दामों पर बेच दी है।
वही उन्होंने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी आज सबसे अधिक है। यहां युवा आज रोजगार की तलाश में विदेश की ओर पलायन कर रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार पर तंज कसते करते हुए कहा कि प्रदेश की सरकार आज एजेंट बनकर यहां के युवाओं को बंधवा मजदूर बनाकर इसराइल जैसे युद्ध देश में मजदूरी करने के लिए विज्ञापन निकाल कर 10 हजार बेरोजगारों को भेजने की तैयारी कर रही है। वहीं इंग्लैंड में नर्सों को भेजे जाने और किसानों को अफ्रीका देश में भेजने की बात कर रही है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाजपा की सरकार देश प्रदेश में रोजगार ना देकर अब एजेंट का काम करने लग पड़ी है। उन्होंने कहा कि आज देश के आर्थिक हालत ठीक नहीं है।
उन्होंने कहा कि देश में प्रति व्यक्ति कर्ज आज 1 लाख 40 हजार रुपये हो गया है। उन्होंने कहा कि देश में केंद्र सरकार आर्थिक मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है। उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार यह कहती है कि हम 85 करोड लोगों को अनाज मुफ्त दे रहे हैं। तो इस बात से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में कितनी गरीबी है।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर जब रेटिंग एजेंसियां देश के किसी आंकड़े को सही बताती है तो तब यह उसका डिंडोरी पीटते हैं। लेकिन अगर वही रेटिंग एजेंसियां जमीनी हकीकत को लेकर अगर सही आंकड़ा पेश करती है तब यह सभी उसे गलत बताने लगते हैं। उन्होंने कहा कि. आरबीआई के आंकड़ों के अनुसार एफडीआई में पिछले वर्ष के मुकाबले में 16.3 % की गिरावट आई है। देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश घटकर 71 अरब डॉलर पर आ गया है। भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से जारी रिपोर्ट में ये जानकारी शेयर की गई है. इससे पहले वित्त वर्ष 2021-22 में एफडीआई का आंकड़ा 84.8 अरब डॉलर रहा था।

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