यमुनानगर

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन ने 85वां स्थापना दिवस मनाया

ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन ने 85वां स्थापना दिवस मनाया

यमुनानगर, 12 अगस्त (सच की ध्वनि)- शहीद भगत सिंह कार्यालय में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन का 85वां स्थापना दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया। जिसमंे छात्र, युवा, नौजवानों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।
जिसका संचालन ऑल इंडिया यूथ फेडरेशन के अध्यक्ष अरुण कुमार शक्कर वाल व ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन प्रदेश सचिव अमनदीप कौर व सक्षम यूनियन के अध्यक्ष विपिन बरार द्वारा किया गया। इस अवसर पर एटक राज्य डिप्टी महासचिव एडवोकेट हरभजन सिंह संधू व नीलम संधू मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।
एडवोकेट हरभजन सिंह संधू ने बताया कि ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन देश का एकमात्र ऐसा छात्र संगठन है जो आजादी से पूर्व 12 अगस्त 1936 को बना व देश की आजादी के स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुआ।
यह एक ऐसा संगठन है जिसका उद्देश्य शहीद भगत सिंह के सपनों का देश बनाना है, जिसमंे सबको शिक्षा, सबको रोजगार, व समानता की बात कही गई है। यह संगठन ना सिर्फ छात्र, युवाओं, नौजवानों के लिए संघर्षरत है बल्कि यह गरीब, किसान, महिलाओं, आम जनता के हकों के लिए भी 1936 से लेकर अब तक आवाज बुलंद करता आया है।
उन्होंने बताया कि यह हमंे ताकत और हिम्मत देता है। फासी वाद ताकतों के खिलाफ आवाज बुलंद करने की व जो ताकतंे जिन्होंने कसम खाई हुई है शिक्षा, रोजगार को खत्म करने की उन सभी ताकतों को उखाड़ फेंकने को हिम्मत हमें यह संगठन देता है। संगठन के स्थापना दिवस पर छात्र, युवा और नौजवानों ने मिलकर नई शिक्षा नीति 2020 का विरोध किया। जिसके तहत बताया गया कि यह शिक्षा नीति देश के छात्र, नौजवानों के लिए अत्यंत घातक नीति है, इस नीति के द्वारा जो शिक्षा में एकता व समानता की बात कही जाती है वह समाप्त हो जाएगी। देश का युवा महंगी शिक्षा पा सकेगा, जिसका प्रभाव गरीब, मजदूर, मध्यम वर्ग के विद्यार्थियों पर पड़ेगा व सरकारी और एडेड शिक्षा प्रणाली व यूजीसी (यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन) खत्म हो जाने से शिक्षा का निजीकरण होगा व शिक्षा महंगी होगी, जिससे देश के भीतर छात्रों कि शिक्षा को लेकर ड्रॉप आउट रेशो बढ़ेगी, जो अत्यन्त ही चिंताजनक है। मौके पर मुख्य रूप से सचिन, शुभम, नीरज, योगेश, गुलशन, रेखा, नीलम संधू व अन्य साथियों ने भाग लिया।

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