ज्योतिबाफुले राजकीय महाविद्यालय में’ हिंदी -विभाग एवं अंग्रेजी विभाग’ के तत्वावधान में एक व्याख्यान करवाया गया।
आज दिनांक 12 फरवरी 2024 को ज्योतिबाफुले राजकीय महाविद्यालय में’ हिंदी -विभाग एवं अंग्रेजी विभाग’ के तत्वावधान में एक व्याख्यान करवाया गया। यह व्याख्यान कार्यकारी प्राचार्य डॉ राजेंद्र कुमार की अध्यक्षता में करवाया गया। अपने संबोधन में डॉक्टर रंगा ने कहा कि महाविद्यालय में आयोजित ऐसे कार्यक्रम छात्रों के विकास में एक प्रयोगशाला का काम करते हैं। अत सभी छात्रों को ऐसे कार्यक्रम में रुचि पूर्वक भाग लेकर अपने व्यक्तित्व का विकास करना चाहिएं। मुख्य वक्ता ब्रह्मदत्त शर्मा (प्राध्यापक. राजकीय विद्यालय पापनी कलां. यमुनानगर) ने कहां की आज छात्रों के लिए फिल्म राइटिंग. नाटक लेखन. वेबसीरीज लेखन. यूट्यूबर चैनल .ब्लॉग .आर्टिकल. टी वी शो आदि क्षेत्रों में लेखन के लिए अपार संभावनाएं हैं। आज हिंदी भी बाजार की भाषा है उन्होंने कहा कि अच्छे लेखन के लिए छात्रों को चाहिए कि वे अधिक से अधिक पढ़ें। हमें लेखन की तकनीक से पूरी तरह से अवगत होना चाहिए। उन्होंने छात्र-छात्राओं को लेखक व पत्रकार बनने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि हिंदी बाजार की भाषा हो गई है। हिंदी में आज रोजगार की अपार संभावनाएं है। छात्रों को हिंदी- अंग्रेजी की क्लासिकल रचनाओ को पढना चाहिए। आज अंग्रेजी चैनलों में भी विज्ञापन में हिंदी भाषा का प्रयोग हो रहा है। इसलिए हिंदी लेखन में विद्यार्थियों के लिए लेखन का मार्ग प्रशस्त है। डॉ संजीव गांधी ने अपने वक्तव्य में भ्रूण हत्या के दुष्परिणामों से परिचित कराया और उन्होंने कहा कि आज युवाओं के लिए कुछ भी असंभव नहीं है ।यदि युवा ठान ले तो असंभव कार्य अभी संभव हो जाता है। उन्होंने छात्रों को मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। डॉ दर्शन सिंह ने मंच का सफलतापूर्वक संचालन किया। इस अवसर पर डॉ ललिता शर्मा एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।