सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया की अध्यक्षता में एक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया
सिविल सर्जन डॉ. विजय दहिया की अध्यक्षता में मुकन्द लाल जिला नागरिक अस्पताल यमुनानगर में एक प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य सरकारी व निजी क्षेत्र के निश्चेतन विशेषज्ञों (एन्सथेटीस्ट), सामान्य रोग विशेषज्ञों (फिजिश्यनस्) व बाल रोग विशेषज्ञों को वैन्टीलेटर के प्रयोग तथा इन्ट्यूबेशन बारे व्यक्तिगत प्रशिक्षण प्रदान करना था। प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये पी.जी.आई. रोहतक से एक विशेष चिकित्सक दल जिला यमुनानगर आया था, जिसमें मुख्यत: डॉ. सुनिल सैठी व डॉ. मोनिका थे।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. दहिया ने जानकारी देते हुये बताया कि कोविड-19 के चलते मरीजों की संख्या लगातार बढती जा रही है तथा प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग कोरोना से निपटने के लिये तैयार है। उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते आपातकाल में अधिक संक्रमीत मरीजों को वैन्टीलेटर या इन्ट्यूबेशन जैसी स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने की भी आवश्यकता पड सकती है। अत: सभी सरकारी व निजी क्षेत्र के चिकित्सकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है ताकि किसी आपातस्थिति में यदि चिकित्सकों को मरीजों के लिये वैन्टीलेटर या इन्ट्यूबेशन का प्रयोग करना पडे तो वे इन सूविधाओं का प्रयोग करने में सक्षम हों और किसी भी स्थिती में मरीजों का पूर्ण उपचार किया जा सके।
सिविल सर्जन ने जानकारी देते हुये बताया कि पी.जी.आई. रोहतक से आई टीम द्वारा सभी उपस्थित चिकित्सकों को मनुष्यप्रतिरूप (डम्मी) के माध्यम से वैन्टीलेटर के प्रयोग बारे विस्तार से जानकारी दी तथा साथ ही डम्मी के द्वारा यह भी प्रदर्शन किया कि आवश्यकता पडने पर सभी प्रकार के निजी सूरक्षा उपकरणों (पी.पी.ई. किट, मास्क, गलवस, शु-कवर) का प्रयोग करते हुये मरीज का इन्ट्यूबेशन किस प्रकार किया जाना चाहिये तथा प्रशिक्षण उपरान्त सभी चिकित्सकों द्वारा भी डम्मी पर इन्ट्यूबेशन का अभ्यास भी कराया गया। डॉ. दहिया ने कहा कि पी.जी.आई. रोहतक की टीम का सहयोग सराहनीय है तथा सभी के लिये लाभप्रद है, इस प्रशिक्षण के द्वारा सभी चिकित्सकों को कुछ ना कुछ नया सिखने को मिला तथा यह प्रशिक्षण आगे मरीजों के लिये लाभप्रद होगा।
इस प्रशिक्षण के दौरान कुल 37 चिकित्सकों ने भाग लिया, जिनमें मुख्यत: सरकारी क्षेत्र से डॉ. अनूप गोयल, डॉ. विकास अरोडा, डॉ. मन्जू सिंह, डॉ. अशुतोष, डॉ. देवेन्द्र, डॉ. सुमीता तथा निजी क्षेत्र से डॉ. डी.पी. सैनी, डॉ. आर.के.गुप्ता, डॉ. अंकुर गर्ग आदि उपस्थित रहे।