हरियाणा काॅलेज टीचर्स एसोसिएशन ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा पिछले तीन सालों से काॅलेजों के स्टाफ को परीक्षा सम्बन्धी कार्यों का मानदेय नहीं दिए जाने की निंदा की
यमुनानगर, 17 सितम्बर (सच की ध्वनि)- हरियाणा काॅलेज टीचर्स एसोसिएशन ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा पिछले तीन साल से काॅलेजों के स्टाफ को परीक्षा सम्बन्धी विभिन्न कार्यों का मानदेय नहीं देने की कड़े शब्दों में निन्दा की है। परीक्षा केंद्र संचालन, प्रश्न-पत्र बनाने, मूल्यांकन, प्रक्टिकल, ऑब्जर्वर, फ्लाईंग आदि कार्यों का मानदेय जारी करने के लिए छरू अगस्त को एचसीटीए का प्रतिनिधिमंडल कार्याकारी कुलपति डा. नीता खन्ना से मिला था। एचसीटीए के प्रदेशाध्यक्ष डा.दयानन्द मलिक, महासचिव डा.चान्द सिंह, वित्त सचिव डा.संजय शर्मा, उपाध्यक्ष डा.बलवीर सिंह, सचिव डा.तेजवीर सिंह, प्रदेश प्रवक्ता डा.रविन्द्र गासो ने संयुक्त बयान में वर्तमान में चल रहीं फाईनल क्लास की परीक्षाओं सम्बन्धी कार्यों का मानदेय नहीं देने सम्बन्धी युनिवर्सिटी प्रशासन के निर्णय को सरासर गलत बताया है। डाॅ रविन्द्र गासो ने बताया कि सरकारी काॅलेजों के शिक्षकों के संगठन एचजीसीटीए के अध्यक्ष डा. नरेन्द्र सिवाच ने भी इस मुद्दे पर एकजुटता प्रकट की है। महासचिव डाॅ चाँद सिंह ने बताया कि एचसीटीए की रविवार को खालसा काॅलेज करनाल में हुई प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंग में निर्णय लिया गया है कि इस मुद्दे पर प्रिंसिपल एसोसिएशन को भी संयुक्त प्रयासों में शामिल होने की अपील की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन पिछले तीन साल का बकाया और वर्तमान परीक्षाओं का मानदेय नहीं देता तो सरकारी और एडिड काॅलेजों के प्रिंसिपल, शिक्षक और स्टाफ संयुक्त मोर्चा बनाकर आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। डा.रविन्द्र गासो ने बताया कि युनिवर्सिटी की कॉलेज-ब्रांच में एडिड काॅलेज शिक्षकों के प्रमोशन के केस पिछले लम्बे समय से अटके पड़े हैं। उन्होंने प्रशासन से तुरंत कार्यवाही की मांग की ।