चार खुले में कचरा डालने वालों समेत पॉलिथीन मिलने पर 16 के नगर निगम ने काटे चालान
-नगर निगम की तीन टीमों ने ट्विनसिटी में चलाया अभियान, पॉलिथीन में सामान बेचने वालों व खुले में कूड़ा डालने वालों पर की कार्रवाई
-पॉलिथीन में सामान न बेचने के प्रति दुकानदारों को जागरूक भी किया गया
यमुनानगर, 28 सितंबर(सच की ध्वनि): शहर को पॉलिथीन मुक्त बनाने के लिए नगर निगम का अभियान जारी है। सोमवार को नगर निगम की तीन टीमों ने जगाधरी, यमुनानगर व जगाधरी वर्कशॉप क्षेत्र में शहर को पॉलिथीन मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाया। पाबंदी के बावजूद पॉलिथीन रखने वालों पर नगर निगम की ओर से कार्रवाई की गई। इस दौरान कुछ लोगों द्वारा खुले में कूड़ा डालने वालों पर भी कार्रवाई की गई। नगर निगम की टीमों द्वारा इस दौरान चार खुले में कूड़ा डालने वालों समेत 16 लोगों को पॉलिथीन मिलने पर चालान किए गए। नगर निगम की यह कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी।
सीएसआई अनिल नैन ने बताया कि नगर निगम आयुक्त धर्मवीर सिंह के निर्देशों पर शहर को पॉलिथीन मुक्त बनाने व खुले में कूड़े डालने वालों के खिलाफ तीन टीमें बनाई गई है। इसमें एक से छह वार्ड तक एसआई अमित कांबोज व एसआई प्रदीप दहिया, वार्ड नंबर सात से 16 तक एसआई गोविंद, एएसआई सुमित बैंस व एएसआई सचिन और वार्ड नंबर 17 से 22 तक एएसआई कृष्ण कुमार, एसआई बिट्टू, एएसआई सतबीर की टीम का गठन किया गया। एसआई अमित कांबोज की टीम ने जगाधरी के खेड़ा बाजार, पत्थरों वाला बाजार, स्कूल रोड, मटका चौक व अन्य स्थानों पर अभियान चलाकर पॉलिथीन रखने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इस दौरान दुकानदारों को पॉलिथीन न रखने और पॉलिथीन के नुकसानों के बारे में भी जागरूक किया गया। वहीं, एसआई गोविंद की टीम ने मॉडल टाउन, प्यारा चौक, मधु चौक व रेलवे रोड पर अभियान चलाकर लोगों को खुले में कचरा न डालने व पॉलिथीन का इस्तेमाल न करने के प्रति जागरूक किया। वहीं, पॉलिथीन रखने वालों पर कार्रवाई की गई। इसी तरह एएसआई कृष्ण कुमार की टीम ने जगाधरी वर्कशॉप, फर्कपुर, आईटीआई, वर्कशॉप रोड आदि स्थानों पर पॉलिथीन का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गई। सीएसआई अनिल नैन ने बताया कि अभियान के दौरान नगर निगम की टीम ने चार चालान खुले में कूड़ा डालने वालों के और 12 चालान पॉलिथीन में सामान बेचने वालों के किए गए। नैन ने बताया कि पॉलिथीन में सामान बेचने व इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध है। पाबंदी के बावजूद फिर भी यदि कोई इस्तेमाल करता है तो उसके खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।