आज टीचिंग और नॉन टीचिंग यूनियन का एक शिष्टमंडल बरोदा हलके के भाजपा संभावित उम्मीदवार व ओलंपिक में भारत का नेतृत्व कर चुके होनहार खिलाड़ी श्री योगेश्वर दत्त जी से विजेंद्र कादयान जी के नेतृत्व में मिला l विजेंद्र का कादयान जी ने उन्हें सरकारी सहायता प्राप्त महाविद्यालयों में स्टाफ को हो रही सभी समस्याओं को एक-एक करके बताया कि हमें यहां पर न तो समय पर सैलरी मिलती है, सभी विभागों के कर्मचारियों को मकान किराया भत्ता मिल चुका है लेकिन सहायता प्राप्त कॉलेजों में अभी तक लागू नहीं हुआ है, इसके साथ ही उन्हें इस बात से भी अवगत कराया गया कि इस करोना रूपी वैश्विक महामारी ने हमारे कई साथियों को छीन लिया है l एक्स ग्रेशिया पॉलिसी और Financial Compossionate Assistance पहले ही महाविद्यालय में लागू लागू थी लेकिन संशोधित पॉलिसी को लागू करने में विभाग आनाकानी कर रहा है l इसके साथ ही उप प्रधान ने योगेश्वर दत्त जी के माध्यम से सरकार से मांग करी कि इन महाविद्यालयों में कर्मचारियों को समस्याएं ही समस्याएं हैं और भाजपा सरकार ने अपने पिछले घोषणापत्र में वादा किया था कि सभी कर्मचारियों को सरकारी महाविद्यालय में समायोजित किया जाएगा जो अभी तक अधूरा है l पिछले चुनाव में भी मुख्यमंत्री जी ने कहा था कि यह वादा आपका दवारा सरकार बनने पर पूरा कर दिया जाएगा लेकिन इस विषय पर कार्रवाई से हम संतुष्ट नहीं हैं l इसके साथ ही यूनियन के पदाधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कई प्रबंधक समितियां अपने हिस्से का 5% भी कर्मचारियों को देने में आनाकानी करती हैं, और एनपीएस का पैसा अभी तक भी कई कॉलेजों ने कर्मचारियों के अकाउंट में ट्रांसफर नहीं किया है l अंत में कर्मचारियों ने एक स्वर में एक ही मांग रखी कि सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेजों में कार्यरत स्टाफ को सरकारी महाविद्यालय में जल्द से जल्द समायोजित किया जाए क्योंकि इस मुद्दे पर सारी प्रक्रिया पूरी हो चुकी है केवल वित्त विभाग का ही काम बाकी है l श्री योगेश्वर दत्त जी ने यूनियन के सामने शिक्षा विभाग के एसीएस और महानिदेशक को कई बार टेलीफोन के माध्यम से संपर्क करना चाहा लेकिन उनका फोन नहीं मिल पाया l इसके साथ ही योगेश्वर जी ने यूनियन को आश्वासन दिया है कि वह मुख्यमंत्री से स्वयं मिलकर इस मुद्दे को उठाएंगे l इस अवसर पर शिक्षक और गैर शिक्षक यूनियन के सुशील गोयल, नरेश, विनीत लांबा जोगिंदर, डॉ जयपाल, डॉ राजपाल और अन्य कई साथी मौजूद थे।
