यमुनानगर जिले की 13 मंडियों में 7 अक्तूबर तक 1,21,532 मीट्रिक टन धान की हुई खरीद
यमुनानगर, 7 अक्तूबर(सच की ध्वनि): उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि किसानों व आढ़तियों के सहयोग से प्रथम अक्तूबर 2020 से जिला की सभी मण्डियों में धान की खरीद शुरू की गई हैं और 7 अक्तूबर तक सभी 13 मण्डियों में कुल 1,21,532 मीट्रिक टन धान की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि खरीदे गए धान में ग्रेड ए किस्म का 1,21,389 मीट्रिक टन, मूछल 21 मीट्रिक टन तथा पूसा-1509 किस्म का 122 मीट्रिक टन धान शामिल है।
उपायुक्त ने बताया कि जिला खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता मामले नियंत्रक विभाग द्वारा 72,662 मीट्रिक टन, हैफेड द्वारा 22,803 मीट्रिक टन, हरियाणा भण्डारण निगम द्वारा 25,924 मीट्रिक टन तथा मीलर्स व डीलर्स द्वारा 143 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है। उन्होंने बताया कि बिलासपुर अनाज मण्डी में 8000 मीट्रिक टन, छछरौली अनाज मण्डी में 13,779 मीट्रिक टन, गुमथला राव मंडी में 917 मीट्रिक टन, जगाधरी अनाज मंडी में 20,514 मीट्रिक टन, जठलाना अनाज मण्डी में 844 मीट्रिक टन, खारवन अनाज मण्डी में 2,453 मीट्रिक टन, प्रताप नगर अनाज मंडी में 24,310 मीट्रिक टन, सरस्वती नगर अनाज मण्डी में 26,213 मीट्रिक टन, रादौर अनाज मण्डी में 10,778 मीट्रिक टन, रणजीतपुर अनाज मण्डी में 3,123 मीट्रिक टन, रसूलपुर अनाज मंडी में 2,291 मीट्रिक टन, साढ़ौरा अनाज मण्डी में 8,228 मीट्रिक टन तथा यमुनानगर अनाज मण्डी में 82 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने किसानों से अपील की है कि किसान मंडी में अपनी धान की फसल सुखाकर ही लाएं ताकि किसानों को फसल का सही समय पर तथा उचित मुल्य मिल सके। क्योंकि इस वर्ष खरीद कार्य ई-खरीद प्रणाली के तहत खरीद हो रहा है। जिसके लिए आवश्यक है कि किसान फसल लेकर मण्डी में आए तो अपना आधार कार्ड या मोबाईल साथ लेकर आए क्योंकि गेट पास तभी कटेगा जब किसान के पास आनलाईन ई-खरीद प्रक्रिया के तहत ओ.टी.पी. इन्द्राज होगा। उन्होंने सभी खरीद एजेंसियों को निर्देश दिए कि वे मण्डियों से खरीदे गए धान को जल्दी उठाने की व्यवस्था करें ताकि किसान सुविधापूर्ण तरीके से अपनी फसल बेच सके।
उन्होंने कहा कि किसान अनाज मण्डी में अच्छी तरह पकी हुई फसल लेकर आए ताकि उन्हें फसल बेचने में कोई दिक्कत न हों। उन्होंने मार्केट कमेटी के अधिकारियों को भी आदेश दिए कि वे मण्डियों में बिजली, पानी, शौचालय और साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि समय-समय पर वह स्वयं अनाज मण्डियों को दौरा करके खरीद कार्य का जायजा भी लेंगे।