लोगों को विष से जैविक की ओर प्रेरित करने के लिए दिल्ली से नीलिमा व ममता ने 31 मार्च से मैराथन शुरू किया।
सच की ध्वनि(ब्यूरो) यमुनानगर, 3 अप्रैल ( )- लोगों को विष से जैविक की ओर प्रेरित करने के लिए दिल्ली से नीलिमा व ममता ने 31 मार्च से मैराथन शुरू कर आज 3 अप्रैल को जिला यमुनानगर में केशव मानिकटाहला के ऑर्गेनिक कृषि फार्म पर इस मैराथन को खत्म किया। इस अवसर पर नीलिमा व ममता द्वारा शुरू की गई इस पहल पर केशव मनिकटाहला ने उन्हें स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया।
केशव माणिकटाहला विधायक यमुनानगर घनश्यामदास अरोड़ा के भतीजे है व लम्बी मैराथन में कई रिकॉर्ड अपने नाम कर जिले व देश का नाम रोशन कर चुके है व साथ ही ऑर्गेनिक फार्म जिसे 4 एकड़ से शुरू कर 14 एकड़ तक ले जाने का श्रेय इन्ही को जाता है। केशव माणिक टाहला ने ऑर्गेनिक फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए मैराथन पूरी कर यमुनानगर पहुंची नीलिमा व ममता को पूरे ऑर्गेनिक फार्म पर हर सब्जी फल अनाज बीटरूट, भिंडी, आलू, पालक, मूली, मेथी सहित कई किस्मो की कम्पोज खाद तक के विषय मे पूरी जानकारी दी कि किस तरह वो ऑर्गेनिक फार्मिंग कर रहे है व इसे शुरू करने के क्या फायदे है ।
केशव मनिकटाहला ने बताया कि एक एकड़ से इस ऑर्गेनिक फार्म की शरुआत की फिर सभी दोस्तो व परिचितो ने कहा कि आप हमारे लिए भी ऑर्गेनिक फार्मिंग करो जो भी लागत आएगी हम खरीदेगे व सहयोग करेंगे। जिसके बाद जैसे जैसे इस फील्ड में आगे बढ़ते गए 1 से 4 एकड़ , 4 से 7 एकड़ व फिर 7 से 14 एकड़ तक । आज उनका ऑर्गेनिक फार्म 14 एकड़ में है व कई तरह की फल सब्जियां अनाज उगा रहे है जो फौरन बिक जाता है लेकिन मकसद सभी किसानों व आम जनता को ऑर्गेनिक खेती के प्रति प्रोत्साहित करने का है। उन्होंने कहा ऑर्गेनिक फार्मिंग से फौरन मुनाफा नही कमाया जा सकता इसके लिए कड़ी मेहनत जरूरी है।ऑर्गेनिक फार्मिंग में जो कड़ी मेहनत कर 3 साल का सब्र रख सकता है वही मुनाफा कमा सकता है। इसके प्रचार के बारे बात करते हुए उत्साहित केशव ने कहा इसके लिए मुश्किल नही था हरित क्रांति की बात करते ही दो राज्य सबसे ऊपर आते है हरियाणा, पंजाब तो बस इन्ही की राजधानी चंडीगढ़ से देश की राजधानी दिल्ली तक ऑर्गेनिक फार्मिंग के प्रचार का बीड़ा भी उठाया हुआ है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग ऑर्गेनिक फार्मिंग से जुड़े भले ही आज यह जरूरी नही लगता मगर जिस तरह से फसलों में हानिकारक केमिकल डाल कर पैदावार बढाई जाती है व शरीर व जमीन दोनो के लिए हानिकारक है।
ऑर्गेनिक फार्मिंग गो ऑर्गेनिक गो ग्रीन मेसेज को प्रोत्साहित करने के लिए 222 किलोमीटर की मैराथन पूरी कर चुके केशव माणिकटाहला ने कहा इसी मेसेज के साथ आज नीलिमा व ममता मेंम दिल्ली से मैराथन शुरू कर आज यमुनानगर पहुचे है। वही दिल्ली से मैराथन कर यमुनानगर पहुंची नीलिमा ने कहा उन्हें नही लगता दिल्ली में इस स्केल पर कोई ऑर्गेनिक फार्मिंग कर रहा हो, वही दिल्ली से दौड़ते हुए यमुनानगर की और आते हुए रास्ते में पड़ते खेतो में कई किसानो से मिले वो भी ऑर्गेनिक फार्मिंग करना चाहते है लेकिन लागत व समय व जानकारी का अभाव ही उन्हें ऑर्गेनिक फार्मिंग से दूर रखें है ।
केशव मनिकटाहला की प्रशंसा करते हुए नीलिमा ने कहा यही देखने वो मैराथन कर दिल्ली से यमुनानगर इस फार्म पर पहुचे ताकि देखे व जानकारी ले व इसी जानकारी को अन्य तक पहुचाये। किसानों को विष से जैविक की और ऑर्गेनिक की और प्रोतसाहित करने के लिए सरकार को बेहतर प्रयास करने जरूरी है। वही जिला यमुनानगर की जनता व किसानों के लिए सन्देश दिया कि इस एक फार्म पर अगर केशव प्रयास कर ऑर्गेनिक फार्मिंग को सफल व प्रोत्साहित कर इस स्तर तक आये है जो कि प्रशसनीय है यही प्रयास अगर पूरे यमुनानगर जिले के लोग करे तो पूरा देश जिला यमुनानगर से प्रोत्साहित होगा। व यह संदेश पूरे देश मे जाएगा कि धरती को इतना विषैला न करो कि यह बंजर हो जाये। प्रयास कल भी करने है, प्रयास आज से शुरू करे -गो ऑर्गेनिक गो ग्रीन।