यमुनानगर की विभिन्न इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ पर्यावरण मुद्दों पर इंटरेक्शन प्रोग्राम
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से स्थानीय सफायर होटल में यमुनानगर की विभिन्न इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के साथ पर्यावरण मुद्दों पर इंटरेक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। पर्यावरण, वन एवं वाइल्ड लाइफ मंत्री कंवरपाल मुख्य अतिथि रहे। यमुनानगर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा विशिष्ठ अतिथि रहे। इस दौरान एडिशनल चीफ सेक्रेटरी विनित गर्ग, हरियाणा नियंत्रण प्रदूषण बोर्ड चेयरमैन पी राघवेंद्र राव, मेंबर सेक्रेटरी आईएएस प्रदीप कुमार, नगर निगम कनिश्रर आयुष सिन्हा ने संबोधित किया। कार्यक्रम में मैटल उद्योग, प्लाइवुड उद्योग, होटल व्यवसाय, इंजीनियरिंग उद्योग से संबंधित एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भाग लिया। सभी ने अपनी समस्याओं को मंत्री के समक्ष रखा। इस दौरान उन्होंने कुछ समस्याओं का मौके पर ही निवारण किया और बाकि का जल्द समाधान करने का आश्वासन दिया।
मंत्री कवंरपाल ने कहा कि सरकार हमेशा उद्योगपतियों के साथ है। जो कि उनकी समस्याओं को प्राथमिकता के तौर पर दूर करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलकर यमुनानगर व जगाधरी के उद्योपतियों की समस्याओं के बारे में कई बार बातचीत की है। जिनका काफी हद तक समाधान हो गया है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित करना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने उद्योगपतियों से आह्वान किया कि वे सरकार का सहयोग करें। साथ ही कहा कि सरकार की ओर से परवालों में 18 एमएलडी सीईटीपी एवं जम्मू कालोनी यमुनानगर में 70 एमएलडी एसटीपी प्लांट लगाए जा रहे हैं ताकि फैक्टरियों में निकलने वाले दूषित पानी की समस्या का समाधान किया जा सकें और यमुना नदी में जाते हुए जल प्रदूषण को समाप्त किया जा सके।
विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि सभी को पर्यावरण की चिंता होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग उद्योगपतियों की भलाई के लिए कार्य कर रहे है। चेयरमैन पी राघवेंद्र राव ने कहा कि यमुनानगर में कई वर्षों से रिहायशी क्षेत्रों में कई छोटी-छोटी इंडस्ट्रीज चल रही है। जगाधरी में ऐसी इंडस्ट्रीज की संख्या का आंकलन करने के लिए इंडस्ट्री डिपार्टमेंट, हरियाणा द्वारा सर्वे करवाया जा रहा है। यह अनुमानित है कि यमुनानगर जगाधरी में ऐसी लगभग 500 इंडस्ट्री चल रही है। ये इंडस्ट्री जगाधरी यमुनानगर शहर के रिहायशी क्षेत्रों में स्थित है और इंडस्ट्री की प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से प्रमिशन नहीं दी जा सकती। क्योंकि ये रिहायशी क्षेत्र, नॉन कंफ्रमिंग जोन में स्थापित है। अब अगर राज्य सरकार और अर्बन लोकल बॉडी डिपार्टमेंट, हरियाणा इन पॉकेटों को कंफ्रमिंग जोन, मिक्स लैंड एरिया घोषित करता है तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इन इंडस्ट्रीज को प्रमिशन दे सकता है। अत: सरकार के विचारार्थ प्रस्तुत किया गया है।
एडिशनल चीफ सेक्रेटरी विनित गर्ग ने कहा कि अभी तक एयर पोल्युशन को कंट्रोल कर लिया गया है। लेकिन वाटर पोल्युशन को कंट्रोल करने में मशक्कत करनी पड़ रही है। कुछ लोग खुद के फायदें क लिए जमीन के अंदर गंदा पानी डाल रहे है। जो कि गलत है। नगर निगम कमिश्रर आयुष सिंहा ने कहा कि सरकार की ओर जारी नोटिफिकेशन के तहत कार्य किए जाएंगे। साथ ही नॉम्र्स के मुताबिक कार्य किए जाएंगे। मौके पर हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वरिष्ठ पर्यावरण अभियंता संजीव बुद्धिराजा व सतेंद्र पाल, यमुनानगर के क्षेत्रीय अधिकारी नितिन मेहता, पंचकूला के क्षेत्रीय अधिकारी विरेंद्र पुनिया, कुरूक्षेत्र की क्षेत्रीय अधिकारी श्रीमति पूनम लांगियान एवं करनाल के क्षेत्रीय अधिकारी शैलेंद्र अरोड़ा मौजूद रहे।
इससे पूर्व महाराजा अग्रसेन महाविद्यालय में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने इस वर्ष की विश्व पर्यावरण दिवस की थीम प्लास्टिक प्रदूषण के समाधान पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जिसमें विभिन्न विद्यालय और कॉलेज के विद्यार्थियों ने प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने के बारे में अपनी प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में पर्यावरण, वन एवं वाइल्ड लाइफ मंत्री कंवरपाल मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने मौके पर ही पारितोषिक वितरण किया और तीन टीम को 21 हजार व 11-11 हजार रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। नाटक के माध्यम से आम जन को प्लास्टिक प्रदूषण के बारे सचेत किया।

