लैंगिक समानता का मुद्दा सिर्फ अमेरिका तक ही सीमित नहींः आहलूवालिया
गुरू नानक गल्र्स काॅलेज में महिला समानता दिवस के उपलक्ष में प्रतियोगिताओं का हुआ आयोजन
यमुनानगर, 26 अगस्त (सच की ध्वनि)- गुरू नानक गल्र्स काॅलेज, संतपुरा में महिला समानता दिवस के उपलक्ष में हर साल की तरह इस वर्ष भी छात्राओं को महिलाओं के अधिकारों के बारे में जानकारी देने के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन दिनों कोरोना महामारी के चलते काॅलेज के वुमेन सेल विभाग द्वारा ऑनलाइन स्लोगन राइटिंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विभाग से डाॅ संदीप रेन, डाॅ अमिता रेड्डू, डाॅ अनुभा जैन, डाॅ शैली जैन और डाॅ लक्ष्मी गुप्ता के दिशा निर्देशन में छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर इन प्रतियोगिताओं में भाग लिया। विभाग द्वारा प्रतियोगिता के परिणाम भी ऑनलाइन घोषित किए गए। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में बीएससी (मेडिकल) द्वितीय वर्ष की प्राची अटवाल ने प्रथम, बीएससी (होम साईंस) तृतीय वर्ष की पलक बांगा ने द्वितीय और बीएससी (होम साईंस) की द्वितीय वर्ष की प्रियांशी वर्मा ने तृतीय और गुरप्रीत ने सांत्वना पुरस्कार जीता। इसी प्रकार स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता में बीएससी होम साईंस की कशीश ने प्रथम, बीए द्वितीय वर्ष की पुनीता ने द्वितीय और बीए द्वितीय इंग्लिश ऑनर्स की दीक्षा और बीएससी फाइनल (होम साईंस) की अंकीता ने तृतीय और बीए फाइनल की रवीना ने सांत्वना पुरस्कार जीता। काॅलेज की कार्यकारी प्रिंसिपल पूनम के आहलूवालिया ने कहा कि अक्सर सुनने को मिलता है कि महिलाओं को पुरुषों से बराबरी का हक नहीं मिल रहा है। कुछ जगहों पर ऐसा भी होता है कि पुरुषों के मुकाबले उनका वेतन कम होता है। अमेरिका में इस असमानता के खिलाफ सबसे बड़ी लड़ाई लड़ी गई थी। पहले वहां महिलाओं को वोटिंग का अधिकार तक नहीं था। 50 सालों की लंबी लड़ाई के बाद 1920 में 26 अगस्त को अमेरिका में महिलाओं को वोटिंग का अधिकार मिला था। इस दिन को याद करते हुए पहले सिर्फ यूएस में महिला समानता दिवस मनाया जाता था। उन्होंने कहा कि लैंगिक समानता का मुद्दा सिर्फ अमेरिका तक ही सीमित नहीं है, इसलिए इस दिन पूरी दुनिया में महिलाओं और पुरुषों को बराबरी पर लाने के प्रयासों की जरूरत को दोहराया जाता है। इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की बात की जाती है। काॅलेज डायरेक्टर डाॅ वरिन्द्र गांधी ने सभी विजेता छात्राओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि छात्राओं को इस तरह की जानकारियों से रुबरू करवाने के लिए ही काॅलेज में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते है।


