यमुनानगर

स्वयं सेवकों और फर्स्ट एड प्रशिक्षणार्थियों को नशों से दूर रहने की जानकारी दी और बचाव हेतु शपथ दिलाई

यमुनानगर, 28 अक्तूबर (सच की ध्वनि): रैडक्रास भवन में आने वाले स्वयं सेवकों और फर्स्ट एड प्रशिक्षणार्थियों को नशों से दूर रहने की जानकारी व उससे बचाव हेतु शपथ दिलाई गई। इस अवसर रैडक्रास सचिव डा. सुनील कुमार ने बताया कि आज का युवा पारिवारिक, मानसिक व आर्थिक समस्याओं के कारण विभिन्न प्रकार के नशों के प्रति शीघ्र ही आकर्षित हो जाता हैं। उन्होंने बताया कि शुरूआत में नवयुवक इन नशों का सेवन मौज मस्ती के लिए करता हैं, लेकिन धीरे-धीरे इसका आदि हो जाता हैं।
रैडक्रास सचिव ने बताया कि नशा न मिलने पर वह बेचैन होने लगता हैं तथा उसके स्वभाव में भी परिवर्तन आ जाता है। जिसके परिणामस्वरूप वह गैर कानूनी कार्य भी कर सकता है। इसलिए समय-समय पर माता-पिता को भी ध्यान रखना चाहिए कि उनके बच्चों की जेब से यदि नई-नई चीजों के पैकेट व दवाईयां आदि मिलने लगे तो ऐसे में संभावना है कि उनका बच्चा नशे से ग्रस्त हो रहा है। उसका समय पर समाधान किया जाना उचित है।
उन्होंने बताया कि सरकार ने नशे से ग्रस्त व्यक्तियों के लिए नशा मुक्ति केन्द्र खोल रखे हैं। जिनका लाभ उठाकर नशे को आसानी से छोड़ा जा सकता है। उन्होंने उपस्थित अन्य अधिकारी, कर्मचारी एवं वाहन चालक लाईसैंस हेतु दिए जा रहे एक दिवसीय बेसिक फर्स्ट एंड प्रशिक्षण प्राप्तकर्ताओं को नशा विरोधी शपथ दिलाई। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार का नशा शरीर, समाज व परिवार के लिए हानिकारक है। उन्होंने बताया कि नशे का सबसे अधिक प्रभाव परिवार के बच्चों व महिलाओं पर पड़ता है। पारिवारिक तालाक का सबसे बड़ा कारण नशा है, इसलिए नशे से दूर रहे व सुखमय जीवन व्यतीत करें। इस अवसर पर जिला प्रशिक्षण अधिकारी शशी भूषण, कार्यक्रम अधिकारी शीशपाल सिंह सोही के साथ-साथ रैडक्रास के सभी स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
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