यमुनानगर

स्वंय सहायता समूह की महिलाओं को आरनामेंटल व बायो-फ्लोक की दी जाएगी ट्रेनिंग

यमुनानगर, 29 अक्तूबर(सच की ध्वनि): हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार प्रधान सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं अतिरिक्त मुख्य मत्स्य पालन विभाग द्वारा निर्णय लिया गया कि हरियाणा राज्य ग्रामीण आजिविका मिशन के तहत जाए। निदेशक मत्स्य पालन के निर्देश अनुसार जिला यमुनानगर के विभिन्न स्वंय सहायता समूह की 31 महिलाओं को ट्रेनिंग 13 अक्तूबर, 2020 से 26 अक्तूबर, 2020 तक दस दिन का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान महिलाओं को एक्वेरियम बनाने व बायो-फ्लोक से मत्स्य उत्पादन की विस्तृत प्रशिक्षण दिया गया। सभी महिलाओं ने प्रशिक्षण में बड़ी गंभीरता से व रूचिपूर्वक भाग लिया।

27अक्तूबर को एक कार्यक्रम में इन प्रशिक्षणनार्थियों को प्रमाण पत्र का वितरण सीईओ जिला परिषद हरियाणा राज्य ग्रामीण आजिविका मिशन नवीन आहुजा, जिला मत्स्य अधिकारी अजय सिन्हा द्वारा किया गया कार्यक्रम का संचालन खण्ड प्रबंधक ब्लाक रादौर राजकुमारी ने किया।
इस अवसर पर सीईओ जिला परिषद व हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन नवीन आहुजा  ने कहा कि आजकल की महिलाएं समाज में आधुनिक तकनीक अपना कर स्वंय रोजगार करने को तत्पर है, इस प्रशिक्षण ने उन्हें एक नई दिशा मिली है।  जिला मत्स्य अधिकारी अजय सिन्हा ने कहा कि प्रशिक्षण के उपरान्त ये महिलाएं एक्वेरियम का निमार्ण करना सीख गई हैं, जिसकी बाजार में काफी मांग है जो कि उनके लिए आय का नया स्त्रोत है। अगर ये महिलाएं अपने घर में बायो-फ्लोक युनिट लगा ले उससे भी काफी आमदनी हो सकती है।
प्रशिक्षित महिलाओं ने हरियाणा सरकार का धन्यवाद करते हुये आश्वासन दिया कि वह शीघ्र ही एक्वेरियम बनाने का कार्य शुरू कर देंगी तथा बायो-फ्लोक युनिट घर में व स्माल स्केल पर बायो-फ्लोक युनिट समूह मे लगाने की कार्यवाही भी शुरू कर देंगी।
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