साइक्लिंग ग्रूप पैडलर्स ने टोपराकलां स्थित अशोक चक्र पर किया ध्वजारोहण
साइक्लिंग ग्रूप पैडलर्स ने टोपराकलां स्थित अशोक चक्र पर किया ध्वजारोहण
जगाधरी, 15 अगस्त (सच की ध्वनि)- साइक्लिंग ग्रूप पैडलर्स ने नए अन्दाज में स्वतंत्रता दिवस मनाया। बता दें कि जगाधरी के कुछ मेटल और प्लाइवुड व्यापारियों ने मिलकर यह ग्रूप बनाया हुआ है। जिसमें सभी सदस्यों के पूरे परिवार के सदस्य साइक्लिंग में शामिल होते है। कोरोना के चलते पिछले कुछ समय से यमुनानगर शहर में साइक्लिंग का क्रेज बढ़ा है। 15 अगस्त के अवसर पर पैडलर्स ग्रूप के सभी सदस्य साइक्लिंग करते हुए टोपराकलां स्थित अशोक चक्र पहुंचे और वहाँ ध्वजारोहण किया। ग्रूप के सदस्यों का कहना है कि अशोक चक्र की मान्यता को देखते हुए उन्होंने यहां आकर ध्वजारोहण करने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि टोपरा गांव की एक सीमा कुरुक्षेत्र की सीमा को छूती है, दूसरी यमुनानगर को। कुरुक्षेत्र, जहां श्री कृष्ण ने गीता का संदेश दिया, वहीं महात्मा बुद्ध ने अपने समय में भ्रमण किया था।
यहां सम्राट अशोक अपनी सात राज आज्ञाओं को प्रदर्शित करते हुए स्तंभ स्थापित करते हैं। ये स्तंभ पूरे अखंड भारत का एकमात्र स्तंभ था, जिस पर उनकी सातों राज आज्ञाएं थीं। 13वीं शताब्दी में फिरोजशाह तुगलक स्तंभ को अपने साथ दिल्ली ले गया। वहां नाम दिया मीनार-ए-जरीन, जिसका हिंदी में मतलब होता है, सोने का स्तंभ। उन्होंने बताया कि उसी स्तम्भ की याद में टोपरा में दोबारा से यह चक्र बनाया गया है। ग्रूप सदस्य राजीव मित्तल ने बताया कि उन्होंने लगभग 50 किलोमीटर का सफर 2ः30 घंटे में पूरा किया और इस दौरान वहां ध्वजारोहण किया। मौके पर प्रीति मित्तल, राजीव मित्तल, रक्षित, सताक्षि, अंकित गर्ग, रीना, पिंकी, अंकुश, मोनिका, आर्यगया, शितांशु गर्ग, रूपम गर्ग, श्रेष्ठ, आशीष, आशि और सोनिका मौजूद रहे।