यमुनानगर

एसडीएम सुशील कुमार ने ध्वजारोहण कर, परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट की सलामी ली

एसडीएम सुशील कुमार ने ध्वजारोहण कर, परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट की सलामी ली

-रादौर में करवाएं जा रहे विकास कार्याें का दिया ब्यौरा

रादौर, 15 अगस्त (सच की ध्वनि)- एसडीएम सुशील कुमार ने इण्डियन पब्लिक स्कूल में आयोजित उपमण्डल स्तरीय 74वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर ध्वजारोहण किया तथा परेड का निरीक्षण कर मार्च पास्ट की सलामी ली। परेड का नेतृत्व उप पुलिस निरीक्षक रणधीर सिंह ने किया।
उपमण्डल स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह में उपमंडलाधीश सुशील कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज पूरे देश में स्वतंत्रता दिवस का राष्ट्रीय पर्व बड़े हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। इस महान और गौरवमयी दिवस को मनाने हेतु आज हम सब यहां इक्ट्ठे हुए हैं। आज का दिन हमारे राष्ट्र के इतिहास का वह गौरवपूर्ण दिन है, जिस दिन हमनें एक लम्बे संघर्ष के बाद स्वतंत्रता प्राप्त की थी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपतराय, मौलाना अबुल कलाम आजाद तथा सरदार बल्लभ भाई पटेल जैसे महान नेताओं तथा अनेकों स्वतन्त्रता सेनानियों द्वारा आजादी के लिये किये गये लम्बे संघर्ष के बाद भारत आज ही के दिन यानि 15 अगस्त, 1947 को विश्व के मानचित्र पर एक स्वतन्त्र राष्ट्र के रूप में स्थापित हुआ था। इस दिन के साथ आजादी के आंदोलन की अनेकों यादें जुड़ी हुई हैं तथा आज का दिन हमारे उन संकल्पों की पूर्ति का प्रतीक है जो हमने भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु लिये थे।
उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश के नौजवान वीरों ने भी आजादी रूपी यज्ञ में अपने बलिदान की अनेकों आहूतियां दी और आजादी की लड़ाई में अपनी ऐतिहासिक भूमिका निभाई। आजादी की लड़ाई में जय जवान, जय किसान के नारे को हरियाणावासियों ने साकार किया। इसीलिए हरियाणा के किसानों ने एक ओर जहां कुदाली से खेतों में सोना पैदा किया तो दूसरी ओर यहां के वीर जवानों ने सदा ही रणक्षेत्र में दुनाली से वीरता के जौहर दिखाये।
उन्होंने कहा कि यमुनानगर जिला के बहादुर सैनिकों का भी देश की सीमाओं की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान है। वर्ष 1965 और 1971 के युद्धों में यमुनानगर के बहादुर जवानों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। इसके अलावा कारगिल युद्ध के दौरान भी इस जिला के बहादुर सैनिकों ने मां भारती की आन, बान व शान के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए हैं। उन्होंने कहा कि आज का दिन जहां अपने समृद्ध और शक्तिशाली इतिहास पर गर्व करने का दिन है, वहीं आत्म मंथन और चिंतन का भी दिन हैं कि आजादी के परवानों ने जिस आजाद भारत का सपना देखा था, क्या यह वही भारत है और अगर नहीं तो उस सपने को साकार करने में हम कहां तक सफल हुए हैं।
उपमण्डलाधीश ने कहा कि इस वर्ष विश्व सहित भारत को भी कोरोना जैसी विश्वव्यापी महामारी का सामना करना पड रहा है। भारत सरकार और हरियाणा सरकार ने जिस मजबूती के साथ महामारी के हालातों का सामना किया वह न केवल सराहनीय है बल्कि अन्य देशों के लिए एक उदाहरण भी है। इस महामारी के समय में सरकार और प्रशासन के साथ-साथ आम व्यक्ति की जिम्मेवारी बहुत अधिक है। सभी नागरिक सोशल डिस्टैंसिंग का ध्यान रखें, मास्क पहने व इस बीमारी से सुरक्षा के अन्य बचाव उपायों का ईमानदारी व निष्ठा से पालन करें।
उन्होंने कहा कि विकास की इस लम्बी दौड़ में हरियाणा ने भी अपनी अलग पहचान बनाई हैं। हरियाणा आज देश के सबसे विकसित प्रदेशों की पंक्ति में अग्रणीय हैं। सरकार ने विकास के अन्य पहलुओं के साथ-साथ इस वर्ष रक्षाबंधन के दिन प्रदेश की बेटियों को विषेश उपहार दिया है। हरियाणा में 11 राजकीय महिला महाविद्यालयों की घोषणा की गई है। इन महाविद्यालयों में यमुनानगर जिला के प्रताप नगर में बनने वाला महाविद्यालय भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि रादौर-जठलाना मार्ग पर पश्चिमी यमुना नहर के ऊपर लगभग 6.25 करोड़ रुपये की लागत से पुल जनता को समर्पित किया गया है। रादौर-जठलाना वाया कन्ड्रौली मार्ग पर गांव माधुबांस के नजदीक लगभग 3 करोड़ रुपये की लागत से पुल तथा रादौर-जठलाना मार्ग पर गांव राझेड़ी के नजदीक लगभग 2.90 करोड़ रुपये की लागत से पुल का निर्माण किया गया है। यमुनानगर की सीमा में पडने वाले गांव अलीपुरा से लेकर यमुनानगर तक 20 किलोमीटर लम्बे सहारनपुर-कुरुक्षेत्र मार्ग को चैड़ा एवं सुदृढ़ीकरण करने का कार्य पूर्ण किया गया। इस कार्य पर 20.3 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई है। यह मार्ग कस्बा रादौर व यमुनानगर तक चारमार्गी बनाया बनाया गया है। रादौर खण्ड के गांव नाचरौन में भी आई.टी.आई. भवन का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
रादौर विधानसभा क्षेत्र में एक मल संशोधन सयंत्र शुरू किया गया। रादौर-जठलाना मार्ग पर पश्चिमी यमुना नहर के ऊपर 6 करोड़ 25 लाख की लागत से पुल का निर्माण किया गया है। रादौर-जठलाना वाया कंड्रौली मार्ग पर गांव माधुबांस के पास 3 करोड़ रूपये की लागत से पुल बनाया गया है। रादौर-जठलाना मार्ग पर गांव राझेड़ी के नजदीक 2 करोड़ 90 लाख रूपये की लागत से पुल बनाया गया है। रादौर में लगभग 2 एकड़ भूमि पर एक करोड़ 67 लाख 26 हजार रूपये की राशि से नये बस स्टैण्ड रादौर का निर्माण किया गया है।
रादौर के उपमण्डल स्तरीय स्वतन्त्रता दिवस समारोह में मार्च पास्ट में पुलिस की टुकडी, एमएलएन कॉलेज एनसीसी की टुकडी व इण्डियन पब्लिक स्कूल की एनसीसी की टुकडी को प्रशस्ति पत्र व शील्ड देकर उपमण्डलाधीश सुशील कुमार ने सम्मानित किया। इसके साथ ही टोपरा कलां निवासी युद्ध वीरांगना वीना सैनी को शाल व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में महाराजा सीनियर सेकेण्डरी स्कूल गुमथला राव के प्रिंसीपल सुदेश बंसल ने मंच संचालन किया व अध्यापक कुलदीप सिंह ने कोविड-19 की विश्व व्यापी महामारी से बचाव हेतु कविता प्रस्तुत की।
इस अवसर पर रादौर की नायब तहसीलदार भारती पुहाल, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी आरडी साहनी, डीएसपी रणधीर सिंह, खण्ड शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र चैधरी, इण्डियन पब्लिक स्कूल के प्रबन्धक ईश मेहता, आंगनवाडी सुपरवाईजर वंदना काम्बोज, बलविन्द्र कौर, रितु, नीता, मीना, ललतेश, अध्यापक राकेश पांचाल, पवन, कुलदीप सिंह, कानूनगो सतीश गोयल, खण्ड प्रचार कार्यकर्ता संदीप बतरा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी सहित गणमान्य व्यक्ति एवं भाजपा कार्यकर्ता भी उपस्थित रहे।

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